अध्याय -07 परिवहन एव संचार

  


परिवहन क्या है ?

                     व्यक्तियों  एवं वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने की सेवा परिवहन कहलाती है|

परिवहन जाल से आप क्या समझते है ?

                      अनेक स्थान जिन्हें परस्पर मार्गों की श्रेणियां द्वारा जोड़ दिए जाने पर जो  प्रारूप का निर्माण होता है उसे परिवहन जाल कहते हैं|

परिवहन की विधाएं कौन-कौन सी है ?

(i)  स्थल परिवहन  

(ii) जल परिवहन  

(iii) वायु परिवहन

(iv) पाइपलाइन परिवहन

  • परिवहन की विद्या की सार्थकता  परिवाहित की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं के प्रकार, परिवहन की लागत तथा उपलब्ध विद्या पर निर्भर करती है|
  • वस्तुओं के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परिवहन के लिए  - भारवाही जलयान
  • कम दूरी एवं एक घर से दूसरे घर की सेवा प्रदान करने हेतु -सड़क परिवहन
  •  किसी देश के भीतर भारी पदार्थों के लंबी दूरियों तक परिवहन हेतु- रेल परिवहन
  • उच्च मूल्य वाली हल्की तथा नसवान वस्तु के परिवहन हेतु- वायु मार्ग परिवहन 
  • वायु मार्ग परिवहन सर्वाधिक अनुकूल परिवहन होते हैं|

 बोझा  होने वाले पशु बताएये -

  • कुत्ते एवं रेनडियर- उत्तरी अमेरिका, उत्तरी यूरोप, साइबेरिया के बर्फ से ढके हुए क्षेत्र में स्लेज को खींचने के काम में लिए जाते हैं
  •  खच्चर-  पर्वतीय प्रदेश
  •  ऊँटमरुस्थलीय क्षेत्र                                                

                                                सड़के

 छोटी दूरियों तथा वस्तुओं को घर -घर तक  पहुंचाने हेतु आर्थिक दृष्टि से सबसे  सुविधाजनक परिवहन है

Ø विश्व की कुल सड़कों का 33% भाग उत्तरी अमेरिका में पाया जाता है

 महामार्ग किसे कहा जाता है ?महामार्गो की विशेषताएँ लिखियें -

              दूरस्थ स्थानों को आपस में जोड़ने वाली  पक्की सड़के महामार्ग कहलातीहै|

 महामार्गों की विशेषताएं-

           (i) महामार्गों का निर्माण इस प्रकार किया जाता है कि बिना बाधा के यातायात का आवागमन हो सके |

           (ii) महामार्ग पूलों,फ्लाई ओवर और दोहरे वाहन मार्गो से युक्त होते हैं|

          (III) महामार्ग की चौड़ाई  80 मीटर तक  होती है|

          (iv) महामार्गो में अलग-अलग यातायात लेन बनाए जाते हैं|

          (v) विकसित देशों में  प्रत्येक नगर और पतन महामार्गों से जुड़े होते हैं|

Ø अमेरिका में महामार्गों का सर्वाधिक घनत्व 0.65 किलोमीटर प्रति वर्ग किलोमीटर है 


 विश्व के प्रमुख महामार्गो का वर्णन कीजिये :-

1. ट्रांस कैनेडियन महामार्ग -



                                पश्चिम तट के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के बैकूवर  स्थान को पूर्वी तट पर स्थित न्यूफाउंडलैंड प्रांत के सेंटजॉन नगर से जोड़ता है|

2. क्रिस क्रॉस महामार्ग

                              यह महामार्ग  चीन के प्रमुख नगर शांसो को (वियतनाम की सीमा के समीप), शंघाई (मध्य चीन ),गवांगजाओ ( दक्षिण) एवं बीजिंग (उत्तर) को परस्पर जोड़ता  हैं|

Ø भारत का राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 7 वाराणसी से कन्याकुमारी देश का सबसे लंबा राष्ट्रीय महामार्ग है|

 

 सीमावर्ती सड़के –

(i)   अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के सहारे  बनाई गई सड़कों को  सीमावर्ती सडके कहा जाता है |                                                       

(ii) सीमावर्ती सड़के  सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रमुख नगरों से जोड़ने और प्रतिरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है|

   

विश्व की प्रमुख रेल मार्गो का वर्णन कीजिये :-

                 लंबी दूरी तक स्थूल वस्तुओं और यात्रियों के स्थल परिवहन की विधा है|

Ø बेल्जियम में रेल घनत्व सर्वाधिक  (प्रति 6.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर पर लगभग 1 किलोमीटर) पाया जाता है|

Ø  यूरोप में विश्व का सघनतम  रेल तंत्र पाया जाता है|

Ø इंग्लैंड में स्थित यूरो टनल ग्रुप द्वारा प्रचलित सुरंग मार्ग लंदन को पेरिस से जोड़ता है |

Ø अमेरिका में सर्वाधिक विस्तृत रेलतंत्र (विश्व के कुल रेलमार्ग का 40% )है |

Ø कनाडा  में रेलमार्ग सार्वजनिक सेक्टर में है |

Ø दक्षिण अमेरिका में निम्न प्रदेशो में सघन रेलमार्ग है – 

अर्जन्टीना के पंपास (ii) ब्राजील का  कॉफ़ी उत्पादक क्षेत्र

Ø दक्षिण अमेरिका का पार महाद्वीपीय रेलमार्ग –उसप्लाटा दर्रे से होकर ब्यूनस आयर्स    ( अर्जेटीना) को वालपैराईजो  को जोडती है |

Ø आफ्रिका महाद्वीप के प्रमुख रेलमार्ग – सोने ,हीरे ,तम्बा के सांद्रण व खनन के कारण दक्षिण अफ्रीका में रेलमार्ग अफ्रीका महाद्वीप में सबसे लम्बा है |

 (i)  बेगुएला रेलमार्ग – अंगोला से कटंगा  वाया – जाम्बिया तम्बा पेटी

       (ii)  तंजानिया रेलमार्ग- जाम्बिया तम्बा पेटी से दार –ए- सलाम

       (iii)बोसवाना- जिम्बाबे-दक्षिण अफ्रीका – स्थल रुद्ध राज्यों को जोड़ता है |   

       (iv) ब्लू ट्रेन – केप टाउन से प्रेटोरिया (दक्षिण अफ्रीका )     

           

  विश्व के प्रमुख  पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग कौन -कौन से है ? वर्णन कीजिये :-

पारमहाद्वीपीय रेल मार्ग-

                                      पार महाद्विपीय  के रेल मार्ग पूरे महाद्वीप से गुजरते हुए उनके दोनों सिरों को जोड़ता है| इसका निर्माण आर्थिक और राजनीतिक कारणों  से विभिन्न दिशाओं में लंबी यात्राओं की सुविधा प्रदान करने के लिए किया जाता है|

1.पार साइबेरियन रेल मार्ग-
व्व्दफ्द्वव्द्फ्व
पार साइबेरियन रेल मार्ग 

(i)             यह रेल मार्ग रूस के सेंट पीटर्सबर्ग को ब्लाडीवोस्टक  तक जोड़ता है|
(ii)             यह रेल मार्ग मास्को , कजान, ट्यूमिन , चिता , खबरोवक्स से   होकर गुजरता है|(iii)            यह विश्व का सर्वाधिक लंबा (9322)किलोमीटर रेल मार्ग है|
(iv)            यह रेल मार्ग दोहरे  पथ  से युक्त विद्युतीकृत पार महाद्वीपीय रेल मार्ग है|
(v)             इससे एशियाई प्रदेशों को पश्चिमी यूरोपीय बाजार से जोड़ा जाता है|

 2. पार-कैनेडियन रेल मार्ग-


पार केनेडियन रेलमार्ग 

(i)     कनाडा का यह रेल मार्ग हेलिफैक्स को बैकूवर से जोड़ता है|
(ii) यह रेल मार्ग मोंट्रियल, ओटावा, विनिपेग तथा केलगेरी से होकर गुजरता है |
(iii)  इस रेल मार्ग की लंबाई 7050 किलोमीटर है |
(iv)  इस रेल मार्ग का निर्माण 1886 में एक संधि के अंतर्गत पश्चिमी तट पर स्थित ब्रिटिश कोलंबिया को राज्यों के संघ में सम्मिलित करने के उद्देश्य से किया गया था|
(v) यह रेल मार्ग क्यूबेक, मोंट्रियल ,औद्योगिक प्रदेश को प्रेयरी  प्रदेश की गेहूं मेखला और उत्तर में शंकु धारी वन प्रदेशों से जोड़ता है |
(vi)  गेहूं और मांस इस मार्ग द्वारा किया जाने वाला महत्वपूर्ण निर्यात है                                  (vii)    पार-कैनेडियन रेल मार्ग कनाडा की आर्थिक धमनी है|

3.संघ और प्रशांत रेल मार्ग-

(i)   यह  रेल मार्ग अटलांटिक तट पर स्थित  न्यूयॉर्क को सान-फ्रासिस्को  से जोड़ता है|
(ii) यह रेल मार्ग क्लीवलैंड, शिकागो,ओमाह ,इवांस , सैक्रामेंटा से होकर गुजरता है |
(iii)  इस रेल मार्ग द्वारा  अयस्क ,अनाज, कागज, रसायन और मशीनरी का निर्यात किया जाता है|

4.ऑस्ट्रेलिया पार महाद्वीपीय रेल मार्ग-    


ऑस्ट्रेलियाई पार महाद्विपीय रेलमार्ग 

(i)         यह रेल मार्ग पर्थ  को सिडनी से जोड़ता है|
(ii)    यह रेलमार्ग  कलगुर्ली , ब्रोकन हिल और पोर्ट अगस्ता से होकर गुजरता है|

5.ओरिएंट एक्सप्रेस-


ओरियंट एक्सप्रेस रेलमार्ग 

(i)   यह रेल मार्ग पेरिस को इस्ताबुल से जोड़ता है|
(ii) यह स्ट्रैसबर्ग , म्यूनिख ,वियना , बुडापेस्ट, बेलग्रेड से होकर गुजरता है
(iii)  पनीर, सूअर का मांस, जई,शराब, फल और मशीनरी आदि का निर्यात किया जाता है
|

Ø इस्ताबूल  को बैकाक  वाया ईरान ,पाकिस्तान, भारत, बांग्लादेश, म्यांमार को जोड़ने वाला रेल मार्ग निर्माण का प्रस्ताव है|

 जल परिवहन के लाभ बताएये :- 

जल परिवहन के लाभ –

(i)          जल परिवहन में मार्गो का निर्माण नही करना पड़ता है |

(ii)         जल परिवहन में उर्जा की लागत कम होती है अत: यह सस्ता होता है |

(iii)               जल परिवहन  का आधार महासागर आपस में जुड़े होते है |

(iv)                इसमे रख –रखाव की समस्या नही होती है |

Ø जल परिवहन समुद्री मार्ग ,तटीय नौ परिवहन ,नौ परिवहन नहरे ,आंतरिक जल मार्गो से होता है

 समुद्री जल मार्ग

Ø  एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक स्थूल वस्तुओ का परिवहन हेतु समुद्री परिवहन सर्वाधिक उपयोगी है |

Ø महासागरो का मार्गो में रुपंतारण मनुष्य का पर्यावरण के साथ अनुकूलन की महत्त्व पूर्ण घटना है\

 

विश्व के प्रमुख समुद्री मार्ग कौन-कौनसे है ? वर्णन कीजिये : –

 

1.उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग –


उतरी अटलांटिका समुंद्री मार्ग 

(i)   यह  समुद्री मार्ग औधोगिक रूप से विकसित उतर –पूर्वी   अमेरिका और पश्चिप यूरोप को जोड़ता है |
(ii)     यह विश्व का सबसे व्यस्ततम व्यापारिक जलमार्ग है |
(iii)    इसे “ वृहत ट्रंक मार्ग “ भी कहा जाता है |
(iv)    दुनिया का एक -चौथाई व्यापार इसी मार्ग से होता
है |

 

2. भू-मध्यसागर – हिंद महासागर समुद्री मार्ग –

(v)              यह मार्ग अन्य किसी भी समुद्री मार्ग से अधिक लोगो व देशो को सेवा प्रदान करता है|

(vi)            स्वेज नहर के बाद दुरी और समय में बहुत कमी आयीहै |

(vii)          पोर्ट सईद ,अदन , मुम्बई , कोलंबो और सिंगापुर इस मार्ग के महत्वपूर्ण पत्तन है |

 

     3. उत्तमाशा अंतरीप समुद्री मार्ग( केप ऑफ़ गुड होप ) –


 

  (i)  यह व्यापारिक समुद्री मार्ग पश्चिम यूरोपीय प्रदेश को पश्चिप अफ्रीका , दक्षिण अफ्रीका , दक्षिण-पूर्वी एशिया और आस्ट्रेलिया ,न्यूजीलैंड की वाणिज्यिक कृषि और पशुपालन आधारित अर्थव्यवस्था से जोड़ता है |
(ii)   स्वेज नहर के निर्माण से पूर्व यह जलमार्ग लिवरपूल और कोलम्बो  को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग था जो काफी लम्बा था |
(iii)   पूर्वी और पश्चिम अफ्रीका के मध्य सोना ,हीरे ,तम्बा , मूंगफली ,कहवा , गिरी का तेल ,फल ,आदि से सम्पन होने  के कारण व्यापार में वृध्दी हो रही है |

Ø वास्कोडिगामा भारत इसी मार्ग से होकर आया था |

4.   दक्षिणी –अटलांटिक  समुद्री मार्ग –

(i)           यह समुद्री मार्ग  पश्चिमी यूरोप व पश्चिमी अफ्रीका को दक्षिणी अमेरिका में ब्राजील ,अर्जेंटीना ,उरग्वे  से जोड़ता है |
(ii)         दक्षिण अमेरिका तथा अफ्रीका के सिमित विकास और कम जनसँख्या के कारण इस  मार्ग पर यातायात  उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग की अपेक्षा कम है |
(iii)       रियो डी जेनेरा तथा केप टाउन के मध्य यातायात  बहुत कम है क्योकि दोनों ओर एक ही प्रकार के खनिज ससांधन का उत्पादन होता है |

5.   उत्तरी प्रशांत समुद्री मार्ग –


                                           

(i)          उत्तरी प्रशांत  में अनेक समुद्री मार्ग  है जो होनोलूलू में मिलते है |
(ii)         उत्तरी प्रशांत समुद्री मार्ग उतरी अमेरिकाके पश्चमी तटो के पत्तनो  ( वैकूवर , सिएटल ,सन  –फ्रांसिस्को )  को एशिया के पतनो (यकोहोमा ,कोबे, हंग-कांग, मनिला ) से   जोड़ता है |

6.   दक्षिणी -प्रशांत समुद्री मार्ग –

(i)           यह समुद्री मार्ग पश्चिमी यूरोप व उत्तरी अमेरिका को  ओस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और पनामा नहर से होकर होंगकोंग,फिलिपिन्स , इंडोनेशिया से  जोड़ता है |
(ii)        होनोलूलू इस मार्ग का प्रमुख पत्तन है |

                                                तटीय नौ परिवहन

Ø लम्बी तट रेखा वाले देशो के लिए तटीय नौ परिवहन सुगम व सस्ता परिवहन की विधि है  जैसे – सयुक्त राज्य अमेरिका ,चीन,भारत

Ø यूरोप के शेनगेन देशो में तटीय नौ परिवहन एक सदस्य देश के तट को दुसरे सदस्य देश के तट को जोडता है |

Ø यदि तटीय नौ परिवहन का विकास किया जाये तो स्थल मार्गो पर होने वाली भीड़ को कम किया जा सकता है |


स्वेज नहर तथा पनामा नहर में  तुलनात्मक  अंतर स्पष्ट कीजिये :-


स्वेज़ नहर 


पनामा नहर 

स्वेज नहर

पनामा नहर

1.स्थिति – स्वेज नहर मिस्र देश में स्थित है |

पनामा नहर पनामा नगर में स्थित है |

2.उद्देश्य –स्वेज नहर का निर्माण 1869 ई में  किया गया \ यह भू-मध्य सागर एवं लालसागर को जोड़ती है | इसका निर्माण मिस्र देश में पोर्ट-सईद तथा स्वेज के बिच किया गया है |

यह अटलान्टिक महासागर एवं प्रशांत महासागर को जोड़ती है | इसका निर्माण पनामा नगर तथा कोलोन के बिच सयुक्त राज्य अमेरिका के द्वारा किया गया |

3.अधिकार –इस नहर पर मिस्र देश का अधिकार है |

इस नहर पर  USA देश का अधिकार है |

4. यातायात -इस नहर में एक तरफा यातायात होता है |

इस नहर में दोनों तरफ यातायात होता है |

5.जलबंधक- स्वेज नहर में कोई जलबंधक नहीं है |

पनामा नहर में कुल छ: जलबंधक नहीं है |

7.प्रभावित होने वाले देश –यूरोप एवं एशिया को लाभ मिलता है |

USA,पनामा , पश्चिमी यूरोप ,पूर्वी व् दक्षिणी –पूर्वी एशिया के देशो को लाभ मिलता है |

8.लम्बाई एवं चौड़ाई –स्वेज नहर की लम्बाई 160 किमी तथा गहराई 11 से अ 15 मीटर है |

पनामा नहर की लम्बाई 72 किमी है |

9. द्वार – इस नहर में कोई द्वार प्रणाली नहीं है |

इस नहर जहाज द्वार प्रणाली से ही आ-जा सकते है |

10.यातायात भार – इस नहर पर अधिक यातायात भार है|

इस नहर पर कम यातायात भार है|

11.धरातल – इस नहर का धरातल समतल है |

इस नहर का धरातल पहाड़ी  है |

12. उपयोग – इस नहर मार्ग का अधिकतर उपयोग इग्लैंड के द्वारा किया जाता है |

इस नहर मार्ग का अधिकतर उपयोग अमेरिका के द्वारा किया जाता है |


आंतरिक जलमार्ग –

Ø आंतरिक जलमार्ग के प्रमुख साधन – नदियाँ ,नहरे ,झीले ,तथा तटीय क्षेत्र

Ø इन मार्गो का विकास नहरों की नौगाम्यता ,चौड़ाई ,गहराई,जल प्रवाह की निरन्तरता तथा उपयोग में ली जाने वाली परिवहन प्रौद्योगिकी पर निर्भर करता है |

Ø रेलमार्गो के साथ प्रतिद्वन्दिता ,सिचाई इत्यादि के कारण जल की मात्रा में कमी एवं ख़राब रख –रखाव के कारण नदी मार्ग से होने वाले जल परिवहन ने अपनी महता खो चुका है |

Ø नदी तल को गहरा कर ,नदी तल को स्थिर करने  तथा जल प्रवाह को नियंत्रित कर  नदियों की नौगम्यता को बढाया  जा सकता है | 

 

विश्व के महत्वपूर्ण आंतरिक जलमार्गो का वर्णन कीजिये : -

             1.     राइन जलमार्ग – 


राइन  नदी 

(i)                राइ नदी जर्मनी और नीदरलैंड में होकर प्रवाहित होती है |

(ii)              राइन नदी रोटरडम (नीदरलैंड) से बेसल (स्विट्जरलैंड) तक 700 किमी नौकायन योग्य है तथा समुद्रिक पोत कोलोंन  तक पहुँच सकते है |

(iii)             रुर नदी पूर्व से आकर इसमें मिलती है जो संपन कोयला क्षेत्र से होकर प्रवाहित होती है |

(iv)            इसका सम्पूर्ण नदी बेसिन विनिर्माण क्षेत्र की दृष्टि से अत्यधिक संपन है |

(v)              राइन  जलमार्ग विश्व का अत्यधिक प्रयोग में लाया जाने वाला आंतरिक जलमार्ग है |

(vi)            यह जल मार्ग  स्विट्जरलैंड ,जर्मनी ,फ़्रांस ,बेल्जियम और नीदरलैंड के औद्योगिक क्षेत्रो को उत्तरी अतलांटिक समुद्री मार्ग से जोडता है | 

2.डेन्यूब जलमार्ग 


डेन्यूब नदी 

(i)                डेन्यूब नदी ब्लैक फारेस्ट से निकलकर अनेक देशो में बहकर पूर्व की और बहती है |

(ii)              डेन्यूब जलमार्ग पूर्वी यूरोपीय भाग को अपनी सेवाएँ  प्रदान करता है |

(iii)            यह टारना सेविरिन तक नौकायन योग्य है |

  3.वोल्गा जलमार्ग –   


वोल्गा नदी 

(i)           वोल्गा जलमार्ग रूस का महत्वपूर्ण जलमार्ग है यह 11200 किमी तक नौकायन सुविधा प्रदान करता है | 

(ii)          वोल्गा नदी केस्पियन सागर में मिल जाती है |

(iii)        वोल्गा –मास्को नहर इसको मास्को प्रदेश से तथा वोल्गा-डॉन नहर काला सागर से जोड़ती है |

 4.वृहद झीलें सेंट लोरेन्स समुद्री मार्ग – 


ग्रेट लेक (महान झीले) 

(i)           उत्तरी अमेरिका की वृहद झीलें-

            सुपीरियर ,ह्यूरन ,इरी ,ओंटरियो ,मिशिगन सू –नहर तथा वलैंड नहर के द्वारा जुडी हुई है तथा उत्तरी अमेरिका में आंतरिक जलमार्ग की सुविधा प्रदान कराती है |

(ii)          इस जलमार्ग में डुलुथ तथा बुफालों समुद्री पत्तन सभी आधुनिक सुविधा से युक्त है |

(iii)        इस मार्ग के द्वारा विशाल सामुद्रिक जलयान मोंट्रियल तक नौकायन करते है |

(iv)        इस जलमार्ग में नदियों पर छोटे-छोटे जल प्रपातों के कारण सामानों को छोटे मालवाहको में लादना पड़ता है तथा नहरों को 3.5 मीटर तक गहरा बनाया गया है

5. मिसीसिपी जलमार्ग-


मिसीसिपी जलमार्ग 

        (i)    मिसीसिपी जलमार्ग  सयुक्त राज्य अमेरिका के आंतरिक भागों को मैक्सिको की खाड़ी से जोड़ता है

        (ii)    इस जलमार्ग पर बड़े जलयान मिनियापोलिस तक जाते है |

 

                    वायु परिवहन

वायु परिवहन की विशेषतायें -

(i)           वायु परिवहन अन्य परिवहन की तुलना यद्यपि  महँगा परन्तु परिवहन का तीव्रतम साधन है |

(ii)          इसके द्वारा मूल्यवान व हल्की वस्तुओ को लम्बी दूरियों तक कम समय में भेजा जा सकता है |

(iii)        पर्वतों ,हिमक्षेत्रो,विषम मरुस्थलीय व अगम्य क्षेत्रो में बिना किसी बाधा के पार किया जा सकता  है |

(iv)        हिमालय प्रदेशो में भू-स्खलन अथवा भारी हिमपात के कारण मार्ग अवरुद्ध होने पर किसी स्थान पर पहुचने का एक मात्र साधन है |

(v)         वायुमार्ग का सामरिक महत्व है |

 

 अंतर – महाद्वीपीय वायुमार्ग  का वर्णन कीजिये :-

Ø पूर्वी सयुक्त राज्य अमेरिका ,पश्चमी यूरोप और दक्षिणी –पूर्वी एशिया में वायुमार्ग का सघन जाल है |

Ø विश्व के कुल वायुमार्गों का 60% भाग का प्रयोग अकेला  सयुक्त राज्य अमेरिका करता है |

Ø न्यूयार्क,लंदन,पेरिस ,एमस्टर्डम और शिकागो नोडीय बिंदु है |

Ø दक्षिण गोलार्ध्द में 10-35  अक्षांशों के मध्य अपेक्षाकृत वायरल जनसंख्या , सीमित स्थलखंड और आर्थिक विकास के कारण सीमित वायुसेवाएं उपलब्ध है|

                                                

     पाइपलाइन :-

जल,पेट्रोलियम और प्राकतिक गैस जैसे तरल एवं गैसीय पदार्थो के अबाधित प्रवाह और परिवहन हेतु पाइपलाइन परिवहन का प्रयोग किया जाता है |

Ø न्यूजीलैंड में फार्मों से फैक्ट्रियों तक दूध को पाइपलाइन से भेजा जाता है |

Ø “बिग इंच’ एक प्रसिद्ध पाइपलाइन है जिससे पेंट्रोलियम का परिवहन  मैक्सिको की खाड़ी  से सयुक्त राज्य अमेरिका के उत्तर-पूर्वी राज्यों में  किया जाता है |

Ø सयुक्त राज्य अमेरिका में कुल भार  का 17% भाग पाइपलाइन द्वारा किया जाता है |

Ø यूरोप ,रूस ,पश्चिमी एशिया और भारत में पाइपलाइनो का प्रयोग तेल कुओं को रिफाईनरी और पतनों अथवा घरेलू बाजारों से जोड़ने के लियें किया जाता है |

Ø ईरान –भारत वाया पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय गैस पाइपलाइन  प्रस्तावित है जो विश्व की सर्वाधिक लम्बी होगी | 


     संचार क्या है ?

                          संदेशों ,विचारों, तथ्यों का विभिन्न माध्यमों से आदान –प्रदान करने की प्रक्रिया संचार कहलाती है |

साइबर स्पेस :–

                          साइबर स्पेस विद्युत द्वारा कम्पूटरीकृत  स्पेस का संसार है जो कम्पुटर पर सूचनाओ के प्रेषण व् प्राप्ति की दुनियां है | जिसमे संदेशों व् सूचनाओं को भेजने व प्राप्त करने वालों को शारीरिक संचलन की आवश्यकता नहीं है |


उपग्रह विकास में भारत द्वारा उठाये गये कदम :-

(i)            भारत द्वारा प्रथम उपग्रह आर्यभट्ट19 अप्रैल 1975   को छोड़ा गया |
(ii)      1979 ई. को भास्कर -1 , 1980 को रोहिणी ,     18 जून  1981 एप्पल ( एरियन पैसेंजर पे लोड एक्सपेरिमेंट )  का प्रक्षेपण किया गया |

Ø दूरदर्शन के माध्यम से मौसम की भविष्यवाणी एक वरदान बन गई है |

यदि आप इन नोट्स को PDF रूप में डाउनलोड करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं👇👇👇👇👇

                                 अध्याय -07  परिवहन एव संचार pdf 

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